Last Updated: Thursday, March 8, 2012, 03:22
ज़ी न्यूज ब्यूरोमुंबई : निजी विमान कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस पर सरकारी शिकंजा लगातार कसता ही जा रहा है। आयकर विभाग ने किंगफिशर प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है जिसमें पूछा गया है कि क्यों न प्रबंधन के खिलाफ मामला चलाया जाए। सूत्रों का कहना है कि किंगफिशर एयरलाइंस के प्रबंधन को 10 दिन का वक्त दिया गया है। दोषी पाए जाने पर इनकम टैक्स के सेक्शन 276बी के तहत 3 महीने से लेकर 7 साल तक की सजा दी जा सकती है।
इससे पहले खबर यह भी मिली है कि आयकर विभाग ने किंगफिशर एयरलाइंस के 19 खातों पर रोक लगाई है। किंगफिशर एयरलाइंस ने अब तक 23 करोड़ रुपए का ही आयकर भरा है। जबकि, कंपनी पर 300 करोड़ रुपए से ज्यादा का इनकम टैक्स बकाया है।
सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग किंगफिशर एयरलाइंस के प्रॉपर्टी को भी जब्त करने के विचार में हैं। इसके अलावा यूबी ग्रुप के भी खातों पर रोक लगाई जा सकती है। इसके पहले सर्विस टैक्स विभाग किंगफिशर एयरलाइंस के 44 खातों पर रोक लगाई हुई है। किंगफिशर एयरलाइंस को मार्च अंत तक 60 करोड़ रुपये बतौर सर्विस टैक्स चुकाने हैं।
इंडियन एसोसिएशन ऑफ ट्रैवल एजेंट्स (आईएटीए) ने किंगफिशर एयरलाइंस को सस्पेंड किया है। आईएटीए ने पहले ही किंगफिशर एयरलाइंस को चेतावनी दे दिया था। अब ट्रैवल एजेंट किंगफिशर एयरलाइंस के टिकट की बुकिंग नहीं कर पाएंगे।
First Published: Thursday, March 8, 2012, 14:46