Last Updated: Saturday, October 20, 2012, 19:03

नई दिल्ली : नागर विमानन मंत्री अजीत सिंह ने शनिवार को कहा कि किंगफिशर एयरलाइंस को अपनी सेवा फिर से शुरू करने से पहले विमानन क्षेत्र के नियामक डीजीसीए को सुरक्षित उड़ान परिचालन के संबंध में आश्वस्त करना होगा।
सिहं ने यहां संवाददाताओं से कहा, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सुरक्षा कारणों से किंगफिशर एयरलाइन का उड़ान लाइसेंस निलंबित कर दिया। सिंह ने कहा विमानन कंपनी के विमानों का रख-रखाव ठीक से नहीं हो रहा था क्योंकि उसके इंजीनियर हड़ताल पर थे।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। विजय माल्या के नेतृत्व वाली विमानन कंपनी में तीन हफ्ते से चल रही तालाबंदी और कंपनी द्वारा वित्तीय एवं परिचालन सुधार योजना पेश नहीं कर पाने से डीजीसीए ने शनिवार को उसका उड़ान लाइसेंस निलंबित कर दिया।
किंगफिशर एयरलाइंस की सेवा शुरू करने के संबंध में पूछे गए सवाल पर मंत्री ने कहा, वे हमेशा वापस आ सकते हैं लेकिन जब तक डीजीसीए संतुष्ट न हो वे परिचालन शुरू नहीं कर सकते और उनके पास परिचालन सुरक्षा से जुड़ी ठोस योजना होनी चाहिए। सिंह ने यह भी कहा कि विमानन कंपनी के प्रबंधन को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि कर्मचारी असंतुष्ट न हों।
किंगफिशर को मिली उड़ान समयसारणी किसी अन्य विमानन कंपनी को प्रदान करने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि इनका आवंटन अन्य कंपनियों को किया जाएगा। किंगफिशर एयरलाइंस पर 8,000 करोड़ रुपए के नुकसान और 7,524 करोड़ रुपए के ऋण का बोझ है। फिलहाल कंपनी के सिर्फ 10 विमान परिचालन की स्थिति में हैं जबकि साल भर पहले उसके पास 66 विमान थे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 20, 2012, 19:03