Last Updated: Friday, May 4, 2012, 05:56
मुंबई: विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस को जमीन जायदाद से जुड़ी दो कंपनियों ने शहर के अंधेरी इलाके में जगह खाली करने का नोटिस दिया है। पिछले नवंबर से कथित तौर पर किराया नहीं देने के कारण किंगफिशर को नोटिस दिया गया है। विमान कंपनी के सूत्रों ने नोटिस की पुष्टि की है और कहा है कि प्रबंध मामले को सुलझाने के लिये डेवलपरों के साथ बातचीत कर रहा है।
नकदी संकट से जूझ रही विमानन कंपनी के पास अंधेरी उपनगरीय इलाके में प्रोपर्टी है जिसे उसने किराये पर लिया है। कंपनी कामकाज का कुछ हिस्सा वहां से परिचालित करती है। कंपनी का मुख्य प्रशासनिक कार्यालय किंगफिशर हाउस में स्थित है। माल्या की किंगफिशर हाउस के जरिये एयरलाइन के लिये कुछ कार्यशील पूंजी जुटाने की योजना है।
किंगफिशर एयरलाइंस के सूत्रों ने आज यहां बताया, ‘एयरलाइंस के वरिष्ठ अधिकारी मामले को सुलझाने के लिये डेवलपरों से बातचीत कर रहे हैं।’
बहरहाल, एयरलाइन के प्रवक्ता से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी है। ऐसा समझा जाता है कि शहर के समरूद्ध रीयल्टर्स तथा ध्रुवम रीयल्टर्स ने अपने वकीलों के जरिये किंगफिशर को 11 अप्रैल को नोटिस दिया। नोटिस में कंपनी को अंधेरी में किराये पर लिये गये जगह को खाली करने के लिये एक महीने का समय दिया गया है।
किंगफिशर पिछले करीब एक साल से नकदी संकट से जूझ रही है। एयरलाइन पर 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है। कंपनी पर 280 करोड़ रुपये भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण तथा ईंधन का 518 करोड़ रुपये हिंदुस्तान पेट्रोलियम का बकाया है। इसके अलावा कंपनी ने कर का भी भुगतान नहीं किया है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, May 4, 2012, 11:27