Last Updated: Thursday, May 10, 2012, 08:23
मुंबई : किंगफिशर एयरलाइन्स में गुरुवार को उहापोह की स्थिति रही। कंपनी के पायलटों का एक वर्ग आज कथित तौर पर बीमार पड़ गया जिससे विमानन कंपनी को 15 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। एयर इंडिया के बाद अब किंगफिशर के पायलटों के आंदोलन ने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है।
किंगफिशर के मुंबई के सूत्रों ने बताया कि विजय माल्या के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी को और अधिक संकट का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि कंपनी के मुंबई स्थित पायलटों ने भी आज रात से विमान नहीं उड़ाने का फैसला किया है। ये पायलट विमानन कंपनी द्वारा जनवरी का वेतन नौ मई से दिए जाने के वायदे से मुकरने का विरोध कर रहे हैं। दिल्ली से शिमला, देहरादून, धर्मशाला और जयपुर की उड़ानें रद्द की गईं।
किंगफिशर के सूत्रों ने बताया कि प्रबंधन ने कहा था कि वह जनवरी का वेतन नौ मई से देना शुरू करेगी। हालांकि वह अपने वायदे से मुकर गया है। सूत्रों ने कहा कि इसलिए दिल्ली के पायलटों ने पिछली रात हुई बैठक में आज से चिकित्सा अवकाश पर जाने का फैसला किया। किंगफिशर के अध्यक्ष विजय माल्या ने अपने कर्मचारियों को पांच मई को भेजे संदेश में आश्वासन दिया था कि जनवरी का वेतन नौ मई से दिया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि पिछले महीने भी किंगफिशर के प्रबंधन ने कहा था कि दिसंबर का वेतन चार अप्रैल और नौ अप्रैल के बीच चरणबद्ध तरीके से दिया जाएगा लेकिन कुछ कर्मचारियों को करीब 24 अप्रैल तक वेतन मिला। पिछले सप्ताह पायलटों और इंजीनियिरों के एक धड़े ने कहा था कि वे वेतन के जल्दी भुगतान के लिए श्रम अदालत जाने पर विचार कर रहे हैं।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 10, 2012, 17:53