Last Updated: Tuesday, October 23, 2012, 22:09

मुंबई/नई दिल्ली : किंगफिशर एयरलाइंस में पिछले 23 दिन से जारी तालाबंदी की वजह से पैदा हुआ संकट फिलहाल हल होने के आसार नहीं हैं। कर्मचारियों के एक बड़े वर्ग ने कुछ समय में किस्तों में तीन माह के वेतन के भुगतान की कंपनी की पेशकश खारिज कर दी है। वहीं, कंपनी के मालिक विजय माल्या ने कहा है कि वह ‘भागने’ वाले नहीं हैं।
संकट को लेकर चौतरफा आलोचनाओं का सामना कर रहे माल्या ने मंगलवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मीडिया के एक वर्ग पर हमला बोला। मीडिया के एक वर्ग द्वारा माल्या को ‘भगोड़ा’ कहा गया है।
माल्या ने ट्विट किया, मुझे अपनी जिम्मेदारियों की वजह से 24 घंटे सातों दिन यात्रा करनी पड़ती है। मीडिया के एक वर्ग ने मुझे भगोड़ा कहा है क्योंकि मैं उनसे बात नहीं करता।
कर्मचारियों के साथ बातचीत में माल्या की गैर मौजूदगी पर सवाल उठाए गए हैं। इसके मद्देनजर उन्होंने यह ट्विट किया है।
इस बीच, किंगफिशर के हड़ताली कर्मचारियों ने प्रबंधन की किस्तों में वेतन भुगतान की पेशकश ठुकरा दी है और एकमुश्त भुगतान की मांग की है।
किंगफिशर के एक वरिष्ठ हड़ताली इंजीनियर ने कहा, प्रबंधन लगातार इस तरह के पत्र जारी कर रहा है, लेकिन वे पूर्व में किए गए अपने वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं। हम उनकी इस पेशकश को खारिज करते हैं और चार नहीं तो कम से कम तीन माह के एकमुश्त वेतन भुगतान की मांग करते हैं।
मुंबई में सोमवार को दो दौर की बातचीत के बाद किंगफिशर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संजय अग्रवाल ने एक पत्र जारी कर कर्मचारियों से कहा कि मार्च, 2012 के वेतन का भुगतान 25 अक्तूबर तक या उससे पहले कर दिया जाएगा।
पत्र में अग्रवाल ने कहा है, हमने उनसे हमारी पेशकश स्वीकार करने को कहा है। यदि वे इसे स्वीकार कर लेते हैं तो उनके अप्रैल, 2012 के वेतन का भुगतान 31 अक्तूबर तक कर दिया जाएगा, जबकि मई का वेतन दिवाली से पहले दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कंपनी कर्मचारियों को तीन महीनों का वेतन दिवाली तक दे देगी।
हालांकि, एयरलाइंस के कर्मचारी इस पेशकश से संतुष्ट नहीं हैं। दिल्ली, बेंगलूर, चेन्नई और मुंबई में बैठक के बाद कर्मचारियों ने इस पेशकश को खारिज कर दिया है।
उनका कहना है कि प्रबंधन अलग-अलग कर्मचारियों को इस तरह का मेल भेजकर हमारी एकता तोड़ने का प्रयास कर रहा है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 23, 2012, 22:09