Last Updated: Monday, March 19, 2012, 15:35
नई दिल्ली : संकटग्रस्त विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है। इस बाबत कंपनी प्रमुख विजय माल्या को डीजीसीए ने मंगलवार को कंपनी की स्पष्ट तस्वीर पेश करने को कहा गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय किंगफिशर की उड़ान का परमिट रद्द करने पर विचार कर रहा है। विमानन कंपनी ने ग्रीष्मकालीन उड़ानों की सूची सोमवार को विमानन नियामक को सौंपी जिसमें 15 से 16 विमानों के साथ परिचालन की बात कही गई है, जबकि पिछले महीने सौंपी गई सूची में 28 विमानों के साथ परिचालन की बात कही गई थी।
उन्होंने कहा, विमानन कंपनी के पास न केवल विमानों की कमी है, बल्कि उनके पास दैनिक परिचालन के लिए धन की भी कमी है। वे विमानों की समय सारणी पूरी नहीं कर पा रहे हैं जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही कंपनी पिछले चार.पांच महीने से अपने कर्मियों का वेतन भी नहीं दे सकी है।
सूत्रों ने कहा कि संभव है कि किंगफिशर चुपचाप परिचालन बंद कर दे और चूंकि माल्या इसके लिए जवाबदेह है, उन्हें डीजीसीएस द्वारा एक स्पष्ट तस्वीर पेश करने को कहा गया है। संपूर्ण तस्वीर अगले कुछ दिनों में साफ होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि किंगफिशर एयरलाइंस को फरवरी के अंत में डीजीसीए द्वारा नोटिस जारी कर पूछा गया था कि उसका लाइसेंस क्यों न रद्द कर दिया जाए क्योंकि कंपनी ने बिना पूर्व घोषणा के उड़ानें रद्द कर दी थीं।
सूत्रों ने कहा कि 15 दिन की अनिवार्य नोटिस अवधि पहले ही खत्म हो चुकी है और वे उड़ानों में कटौती का वैध कारण बताने में विफल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विमानन कंपनी ने दिल्ली-लंदन को छोड़कर अपने विदेशी परिचालन 25 मार्च से स्थगित करने की योजना बनाई है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 20, 2012, 13:34