किसी के हित के खिलाफ काम नहीं : रतन टाटा

किसी के हित के खिलाफ काम नहीं : रतन टाटा

किसी के हित के खिलाफ काम नहीं : रतन टाटामुम्बई : सिंगूर मुद्दे पर पश्चिम बंगाल सरकार के सुप्रीम कोर्ट पहुंचने के दो दिन बाद टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा ने कहा कि जब तक किसी का हित कानून के दायरे में है, उनकी कंपनी उसके खिलाफ कोई कार्य नहीं करेगी।

पश्चिम बंगाल सरकार 7 अगस्त को कलकत्ता हाईकोर्ट के उस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई है जिसमें सिंगूर जमीन अधिनियम को खारिज कर दिया गया था। इस अधिनियम में राज्य सरकार को टाटा मोटर्स को दी गई 400 एकड़ जमीन पर फिर से दावा करने की अनुमति दी गयी थी।

टाटा ने यहां टाटा मोटर्स की 67 वीं वार्षिक महासभा (एजीएम) में कहा, ‘हम हम किसी के हित के खिलाफ तब तक कार्य नहीं करते जब तक वह हमारे कानूनों के खिलाफ नहीं होता।’ टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा ने कहा कि महिंद्रा के प्रति उनके मन में गहरा सम्मान है लेकिन बाजार की घुड़दौड़ में एम एंड एम ने टाटा मोटर्स से आगे निकल गया है उससे उन्हें उदासी और शर्म महसूस हो रहा है।

उन्होंने कहा, ‘महिंद्रा एंड महिंद्रा जो कर पाया है, उसे लेकर मेरे मन में गहरा सम्मान है। लेकिन मेरे मन में कुछ हद तक उदासी और शर्म है कि हमने ऐसा होने दिया।’ रतन टाटा की टाटा मोटर्स के अध्यक्ष के रूप में अंतिम एजीएम है। उन्होंने कहा कि इस साल टाटा मोटर्स दो लाख नैनो कार बेचने की उम्मीद कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘हां, मात्रा बढ़ाने की जरूरत है। यह साल खत्म नहीं हुआ है और मैं आशा करता हूं कि इस साल कम से कम दो लाख नैनो बेच सकते हैं।’ (एजेंसी)

First Published: Saturday, August 11, 2012, 15:09

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