Last Updated: Friday, May 24, 2013, 17:50

नई दिल्ली : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद गुरुदास दासगुप्ता ने आरोप लगाया है कि कृष्णा गोदावरी बेसिन के डी6 ब्लॉक से निकलने वाली गैस के दाम नये सिरे से तय करने के मामले में बहुत बड़ा घोटाला हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है। केजी बेसिन डी6 ब्लॉक की संचालक निजी क्षेत्र की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड है।
दासगुप्ता ने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री एम. वीरप्पा मोइली को हटाने की भी मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पेट्रोलियम मंत्रालय रंगराजन समिति द्वारा सिफारिश किये गये मूल्य से भी अधिक मूल्य की सिफारिश कर रिलायंस इंडस्ट्रीज को उदार होकर सहायता की पेशकश कर रही है। दासगुप्ता ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘पेट्रोलियम मंत्रालय रिलायंस इंडस्ट्रीज के मामले का समर्थन कर रहा है और ऐसा लगता है कि वह रंगराजन समिति द्वारा की गई सिफारिश से भी अधिक दाम दिलाने के लिये प्रतिबद्ध है।’
प्रधानमंत्री को भेजे अपने पत्र का हवाले देते हुये दासगुपता ने कहा कि हर तरह से इस प्रकार के संकेत हैं कि पेट्रोलियम मंत्री न केवल बिजली मंत्रालय और उर्वरक विभाग के आग्रह को नंरजदाज कर रहे हैं बल्कि वह रंगराजन समिति की सिफारिशों से भी आगे निकलना चाहते हैं।
दासगुप्ता ने पत्र में कहा है, ‘यह बहुत बड़ा घोटाला है, जो पेट्रोलियम मंत्रालय की उदार सहायता के जरिये यह घोटाला आगे बढ़ रहा है। यह देश के बेशकीमती प्राकृतिक संसाधनों की खुलेआम लूट है। संप्रग-2 के कार्यकाल में यदि इसे होने दिया गया तो यह सबसे बड़ा अपराध होगा।’
आरोपों पर वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा, ‘मैंने पेट्रोलियम मंत्रालय से इस तरह के किसी भी प्रस्ताव को नहीं देखा है। जब यह मंत्रिमंडल के समक्ष आएगा तो इस पर विचार होगा।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, May 24, 2013, 17:50