Last Updated: Wednesday, February 29, 2012, 10:56
नई दिल्ली : नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने बुधवार को कहा कि संकटग्रस्त विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस को महज इसलिए बंद नहीं कराया जा सकता कि वह घाटे में चल रही है और बैंक उसकी मदद नहीं कर रहे हैं। सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि आप एक कंपनी को इसलिए नहीं बंद कर सकते क्योंकि वह घाटे में चल रही है या बैंक उसे धन नहीं दे रहे हैं।
जब तक किसी एयरलाइन से यात्रियों की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है और जब तक वह अपनी समय सारिणी पर बरकरार है, हम उसे क्यों बंद करें। उल्लेखनीय है कि बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइन्स को अतिरिक्त ऋण देने से पहले उसे खुद ही नयी शेयर पूंजी डालने को कहा है। बैंक प्रमुखों के हवाले से विभिन्न मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि किंगफिशर को एसबीआई की अगुवाई वाले बैंक समूह से अतिरिक्त ऋण मांगने से पहले 1000-2000 करोड़ रुपये की नयी इक्विटी (शेयर पूंजी) का बंदोबस्त करने की जरूरत है। एक अन्य सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि किसी विमानन कंपनी को बंद करने से यात्री प्रभावित होंगे।
उन्होंने कहा कि किंगफिशर ने अपनी उड़ानों की एक नयी समय सारिणी नागर विमानन महानिदेशक को सौंपी है जो इसकी गहराई से समीक्षा करेगा। बैंकों द्वारा किंगफिशर को दिए गए ऋणों के कथित तौर पर गैर निष्पादित आस्तियों में तब्दील होने को लेकर चिंतित बैंक समूह द्वारा रिजर्व बैंक के साथ बैठक किए जाने की संभावना है जिसमें वे कंपनी को नया ऋण देने या नहीं देने पर अंतिम निर्णय कर सकते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 29, 2012, 16:26