Last Updated: Monday, March 25, 2013, 20:39
नई दिल्ली : सतर्कता आयुक्त आर श्रीकुमार ने आज यहां कहा कि अच्छे निर्णय के रास्ते में 3सी..कैग, सीवीसी और सीबीआई.. के कारण अड़चन नहीं है बल्कि इसकी वजह ‘निजी लोभ’ है। उन्होंने कहा कि इन एजेंसियों ने 2जी, सीडब्ल्यूजी तथा खान आवंटन में अगर सवाल खड़े किए हैं तो वे जनहित से जुड़े सवाल हैं।
श्रीकुमार ने कहा, ‘‘जब हमने जांच की तो ..हमने पाया कि ‘निजी लोभ’ अच्छे निर्णय के रास्ते में आ रहा है। जैसा कि 2जी मामले में हुआ। अगर दिमाग चकरा देने वाला मुनाफा हुआ है तो आखिर इस मुनाफे को किसने काटा है?’’ भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में श्रीकुमार ने कहा कि समस्या तब होती है जब जनहित से समझौता किया जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘चाहे आप खनन क्षेत्र की बात करें या कोयला क्षेत्र की। वास्तव में हमसे कोयला क्षेत्र की जांच करने को कहा गया है। जहां कहीं भी हमने देखा, वहां मामला भ्रष्टाचार या निजी लालच का था और जनहित को ताक पर रखा गया। इसी वजह से समस्या आयी।’’ श्रीकुमार ने इन आलोचनाओं को खारिज कर दिया कि कैग, सीवीसी तथा सीबीआई अच्छी योजनाओं के क्रियान्वयन के रास्ते में आ रही है। उन्होंने कहा कि पेशेवर रूख के अभाव में सरकार का अच्छे नीतिगत निर्णय का क्रियान्वयन खराब रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘सीवीसी में हमारा काम जनता के हितों का ध्यान रखना है। यही कारण है कि हम कभी-कभी सवाल पूछना शुरू कर देते हैं और कभी-कभी हमसे कहा जाता है कि तीन सी-कैग, सीवीसी तथा सीबीआई..अच्छे निर्णय के रास्ते में आ रहे हैं। अगर निर्णय जनहित में, हमें कुछ भी अपत्ति नहीं है।’’ (एजेंसी)
First Published: Monday, March 25, 2013, 20:39