क्रिसिल ने घटाई अनुमानित विकास दर

क्रिसिल ने घटाई अनुमानित विकास दर


मुंबई : शोध एवं रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने मंगलवार को मौजूदा कारोबारी वर्ष में देश की विकास दर का अनुमान घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया। एजेंसी ने पहले 6.5 फीसदी विकास दर की संभावना जताई थी। एजेंसी ने खराब मानसून और यूरोपीय संकट के लगातार गंभीर होने के कारण विकास दर का अनुमान घटाया है। एजेंसी ने महंगाई का अनुमान बढ़ाकर आठ फीसदी कर दिया है। एजेंसी ने पहले सात फीसदी महंगाई की संभावना जताई थी।

क्रिसिल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत की विकास दर के अनुमान को घटाए जाने की वजह, खराब मानसून (जून-सितम्बर 2012 की अवधि में 15 फीसदी कम रहने की उम्मीद) का नकारात्मक असर और यूरोजोन विकास परिदृश्य का खराब होना है। एजेंसी ने स्टैंडर्ड एंड पुअर्स के एक अनुमान के हवाले से कहा है कि इस वर्ष यूरोजोन की अर्थव्यवस्था में 0.6 फीसदी की गिरावट आ सकती है। क्रिसिल ने कम मानसूनी बारिश के नकारात्मक असर के कारण थोक वस्तु सूचकांक पर आधारित महंगाई दर के अनुमान को 2012-13 के लिए बढ़ाकर आठ फीसदी कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने मौजूदा कारोबारी वर्ष के लिए सात फीसदी विकास दर का अनुमान किया है, जबकि भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले सप्ताह इसे घटाकर 6.5 फीसदी कर दिया है। `भारत : आर्थिक परिदृश्य संशोधन 2012-13` शीर्षक वाली रिपोर्ट में क्रिसिल ने भारतीय अर्थव्यवस्था में अधिक संकटों का अनुमान व्यक्त किया है, क्योंकि सभी प्रमुख आर्थिक संकेतकों के बिगड़ने का अनुमान है। इसमें वित्तीय घाटा का अनुमान भी पहले बताए गए 5.8 फीसदी से बढ़ाकर 6.2 फीसदी कर दिया गया है। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, August 7, 2012, 17:24

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