Last Updated: Thursday, March 15, 2012, 04:15
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ने चालू वित्तवर्ष की अंतिम तिमाही की मध्यावधि मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इसका मतलब साफ है कि होम लोन समेत कर्ज की अन्य दरों में कोई कमी नहीं होने जा रही है।
रिजर्व बैंक ने 9 मार्च को बैंकों के नकद आरक्षित अनुपात यानी सीआरआर में 0.75 प्रतिशत की एकमुश्त कटौती का ऐलान किया, इससे बैंकों के पास ऋण देने के लिए 48,000 करोड़ रुपये की नकदी मुक्त हो गई। इस कटौती के बाद सीआरआर दर 4.75 प्रतिशत रह गई।
रिजर्व बैंक ने तीसरी तिमाही की मौद्रिक समीक्षा में भी सीआरआर में आधा प्रतिशत की कटौती कर उसे 5.5 प्रतिशत कर दिया था। बैंक ने रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया था, पर संकेत दिया था कि आने वाले समय में इसमें वृद्धि की बजाय कमी किए जाने की संभावना ही ज्यादा है। इससे पहले केंद्रीय बैंक ने मुद्रास्फीति पर अंकुश रखने के लिए मार्च, 2010 के बाद से लगातार 13 बार रेपो दर में वृद्धि की थी।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 15, 2012, 11:31