Last Updated: Friday, February 15, 2013, 14:19
नई दिल्ली : भारत में क्लीनिकल परीक्षण उद्योग को नियमित करने के मकसद से सरकार ने चार समितियां गठित की हैं जो ऐसे परीक्षणों पर निगाह रखकर इनकी जवाबदेही तय करेंगी। देश में पिछले पांच सालों के दौरान ऐसे परीक्षणों में 2242 लोगों की जान जा चुकी हैं।
इस अनियमित क्षेत्र में अभी तक जवाबेदही तय करने के लिए कोई प्रक्रिया नहीं है। भारत में इस क्षेत्र का मूल्य करीब 50 करोड़ डॉलर आंका गया है। क्षेत्र के नियमन के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव के नेतृत्व में एक शीर्ष समिति, स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक की अध्यक्षता में 15 सदस्यीय तकनीकी समिति तथा दो विभिन्न विशेषज्ञ समितियां गठित की हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 15, 2013, 14:19