खाद्य महंगाई दर 4 साल में सबसे नीचे - Zee News हिंदी

खाद्य महंगाई दर 4 साल में सबसे नीचे

नई दिल्ली: खाद्य मुद्रास्फीति 10 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में घटकर 1.81 प्रतिशत के स्तर पर आ गई। यह खाद्य मुद्रास्फीति का चार साल का निचला स्तर है। आवश्यक खाद्य वस्तुओं मसलन सब्जियों,  प्याज, आलू और गेहूं की कीमतों में कमी से खाद्य मुद्रास्फीति नीचे आई है।

 

यह खाद्य मुद्रास्फीति का 9 फरवरी, 2008 के बाद का निचला स्तर है। उस समय यह 2.26 प्रतिशत पर थी। थोक मूल्य सूचकांक आधारित खाद्य वस्तुओं की महंगाई की दर इससे पिछले सप्ताह 4.35 प्रतिशत पर थी। पिछले साल इसी सप्ताह यह 13.22 फीसद के उच्च स्तर पर थी।

 

गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में सालाना आधार पर प्याज के दाम 49.38 फीसद घटे हैं, वहीं आलू के भाव 34.39 प्रतिशत नीचे आए हैं। इसी तरह सालाना आधार पर गेहूं 4.21 प्रतिशत सस्ता हुआ है। कुल मिलाकर सब्जियों के दामों में 26.37 प्रतिशत की कमी आई है।

 

विशेषज्ञों  का कहना है कि खाद्य मुद्रास्फीति में भारी गिरावट सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक दोनों के लिए राहत प्रदान करने वाली है। नवंबर के पहले सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति दो अंक में थी।

 

हालांकि प्रोटीन आधारित अन्य खाद्य वस्तुओं के दामों में तेजी बनी हुई है। सालाना आधार पर दालों के दाम 14.22 प्रतिशत उंचे थे, वहीं इस दौरान दूध 11.19 प्रतिशत, अंडा, मीट और मछली 9.25 प्रतिशत महंगी थी।इसी तरह सालाना आधार पर फलों के दाम 8.89 प्रतिशत और मोटे अनाज 1.68 फीसद उंचे बने हुए हैं। 10 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान कुल प्राथमिक उत्पादों की महंगाई 3.78 प्रतिशत पर थी, जो इससे पिछले सप्ताह 5.48 फीसद थी।

 

थोक मूल्य सूचकांक में प्राथमिक उत्पादों की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत से अधिक है। इसी तरह गैर खाद्य वर्ग की महंगाई समीक्षाधीन सप्ताह में 1.37 प्रतिशत के स्तर पर थी। 3 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में यह 2.12 प्रतिशत थी। गैर खाद्य वस्तुओं में फाइबर और तिलहन आते हैं। ईंधन और बिजली वर्ग की मुद्रास्फीति 15.24 प्रतिशत पर बनी हुई है। इससे पिछले सप्ताह भी यह इसी स्तर पर थी। सकल मुद्रास्फीति दिसंबर, 2010 के बाद से 9 प्रतिशत से उंची बनी हुई है। इस साल नवंबर में यह 9.11 प्रतिशत थी।

 

रिजर्व बैंक मार्च, 2010 के बाद से ब्याज दरों में 13 बार बढ़ोतरी कर चुका है।  (एजेंसी)

First Published: Thursday, December 22, 2011, 12:58

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