Last Updated: Sunday, September 16, 2012, 19:06
नई दिल्ली : उद्योग मंडल फिक्की ने देश में खेल क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने की मांग सरकार से की है। फिक्की का कहना है कि इस क्षेत्र को गति देने के लिए निजी क्षेत्र को संस्थागत ढंग से शामिल किया जाए।
फिक्की का कहना है कि उद्योग का दर्जा मिलने से इस क्षेत्र के लिए जहां विदेशी उधारी लेने में सुविधा होगी वहीं यह संस्थागत उधारी, कर मुक्त बांड तथा कर रियायतों के जरिए घरेलू बाजार से भी धन जुटा सकेगा।
उद्योग मंडल ने इस बारे में युवा मामलात तथा खेल मंत्रालय को ज्ञापन सौंपा है। इसमें मांग की गई है कि खेल उद्योग को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया जाए तथा सभी कानूनी तथा वाणिज्यिक फ्रेमवर्क लागू हों।
फिक्की के बयान के अनुसार उसने खेल के वर्गीकरण तथा इसे उद्योग का दर्जा देने की मांग की है। इसके अनुसार फिलहाल राष्ट्रीय खेल (विकास) विधेयक 2011 और भारतीय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 में निजी क्षेत्र का भागीदारी के रूप में सीधे रूप से कोई उल्लेख नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 16, 2012, 19:06