Last Updated: Thursday, January 31, 2013, 17:10
नई दिल्ली : सरकार ने नए विपणन वर्ष 2013.14 के लिये गन्ने का उचित एवं लाभकारी मूल्य 40 रुपये बढ़ाकर 210 रुपये क्विंटल कर दिया। चीनी मिलें अब किसानों से इस दाम पर गन्ना खरीदेंगी।
पिछले विपणन वर्ष 2012.13 में गन्ने का उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 170 रुपये क्विंटल पर था, इसे बढ़ाकर अब 210 रुपये क्विंटल कर दिया गया है।
मंत्रिमंडल बैठक के बाद खाद्य मंत्री के.वी. थॉमस ने संवाददाताओं को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने वर्ष 2013-14 के लिए गन्ने के उचित एवं लाभकारी मूल्य को बढ़ाकर 210 रुपये किये जाने को मंजूरी दे दी। पिछले साल की तुलना में यह 40 रुपये क्विंटल की वृद्धि है। समिति ने इस संबंध में खाद्य मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। खाद्य मंत्रालय ने कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिश के अनुरुप ही प्रस्ताव मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिये भेजा था। सीएसीपी एक सांविधिक संस्था है और यह सरकार को प्रमुख कृषि उपजों के मूल्य तय करने के बारे में जरुरी सलाह देती है।
थॉमस ने अलग से यह भी बताया कि वर्ष 2012.13 के दौरान चीनी उत्पादन का अनुमान 2 करोड 35 लाख टन से बढ़ाकर 2 करोड़ 40 लाख टन कर दिया गया है। हालांकि, चीनी उद्योग संघ इस्मा ने पिछले वर्ष के लिये 2 करोड़ 42 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान लगाया है। भाषा केन्द्र सरकार गन्ने का उचित एवं लाभकारी दाम (एफआरपी) तय करती है। लेकिन कुछ राज्य सरकारें इसके उपर भी राज्य परामर्श मूल्य :एसएपी: तय करती है। उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कुछ अन्य सरकारें केन्द्रीय मूल्य के उपर एसएपी तय करती हैं जो कि काफी ऊंचा होता है।
केन्द्र सरकार की तरफ से गन्ने का एफआरपी मूल्य उसमें न्यूनतम 9.5 प्रतिशत की रिकवरी दर पर आधारित है। इसके ऊपर प्रत्येक 0.1 प्रतिशत अधिक रिकवरी के लिये 1.46 रुपये का प्रीमियम दिया जाता है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 31, 2013, 17:10