Last Updated: Sunday, July 1, 2012, 18:31

नई दिल्ली : योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह आहलूवालिया ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अधीन वित्त मंत्रालय आयकर से बचने की निवेशकी चाल के खिलाफ प्रस्तावित अधिनियम गार पर अनिश्चितता जल्द दूर करेगा।
एक निजी समाचार के साथ बातचीत में आहलूवालिया ने कहा, जब बजट पेश किया गया था, यह साफ था कि सामान्य कर परिवर्जन विरोधी नियम (गार) समस्या पैदा करेगा।
हालांकि, उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय अब प्रधानमंत्री के अधीन है जो निवेशकों के बीच अनिश्चितता दूर करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या पूर्व केंद्रीय वित्त मत्री प्रणब मुखर्जी समस्या बन गए थे, उन्होंने कहा, नहीं ऐसा नहीं है। मुझे लगता है कि यह ऐसी चीज है जिसे हम नहीं चाहते थे कि आगे बढ़ाया जाए। समाचार पत्र हमेशा ही एक मंत्री को दूसरे के खिलाफ लगाने-बझाने की कोशिश करते रहे हैं।
आहलूवालिया ने कहा, कराधान की कला मुश्किल है. आपको इसका श्रेय पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री को देना होगा. आखिर उन्होंने गार को लागू करना टाल दिया।
उन्होंने कहा कि गार एक बड़ा मुद्दा है और इसने निवेशकों के बीच काफी अनिश्चितताएं पैदा की हैं. सरकार ने इसे पहचानते हुए इसे टाल दिया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 1, 2012, 18:31