‘गेल ने निजी बिजली कंपनियों को पहुंचाया अनुचित लाभ’

‘गेल ने निजी बिजली कंपनियों को पहुंचाया अनुचित लाभ’

‘गेल ने निजी बिजली कंपनियों को पहुंचाया अनुचित लाभ’ नई दिल्ली : नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने सार्वजनिक क्षेत्र की गैस कंपनी गेल इंडिया द्वारा निजी क्षेत्र की बिजली कंपनियों को 246 करोड़ रुपए का अनुचित फायदा पहुंचाने के लिए खिंचाई की है।

कैग की संसद में मंगलवार को पेश रिपोर्ट में कहा गया है कि गेल ने निजी क्षेत्र की बिजली कंपनियों को सब्सिडी वाली दरों पर प्राकृतिक गैस की आपूर्ति की। इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि गेल इंडिया एक माह तक अधिक गैस लेने के
मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज से 29.78 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूलने में भी विफल रही है।

रिपोर्ट में गेल की इस बात के लिए भी आलोचना की गई है कि वह उर्वरक कंपनियों द्वारा सब्सिडी वाली गैस का इस्तेमाल गैर उर्वरक उत्पादों के विनिर्माण में इस्तेमाल की भी जांच नहीं कर पाई।

सरकारी ऑडिटर ने कहा है कि पेट्रोलियम मंत्रालय के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए गेल ने ऐसे उपभोक्ताओं को गैस की आपूर्ति की जो इसके पात्र नहीं थे। इन कंपनियों ने ग्राहकों को बिजली की आपूर्ति वाणिज्यिक दरों पर की।

सरकारी मूल्य नियंत्रण (एपीएम) वाली गैस की आपूर्ति उन बिजली कंपनियों को की जाती है, जो बिजली का उत्पादन ग्रिड को आपूर्ति के लिए करती हैं, जिससे बाद में उसका वितरण सरकारी बिजली कंपनियों के माध्यम से किया जा सके। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, September 4, 2012, 22:41

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