Last Updated: Saturday, March 10, 2012, 18:30

नई दिल्ली : वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने निजी क्षेत्र और विदेशी बैंकों के खिलाफ बढ़ती शिकायतों पर चिंता व्यक्त करते हुये इन बैंकों को ग्राहक सेवा में सुधार लाने को कहा।
मुखर्जी ने शनिवार को यहां फैडरल बैंक के एक कार्यक्रम में कहा, बैंकिंग लोकपाल की नवीनतम सालाना रिपोर्ट को देखकर प्रसन्नता हुई है कि इसमें वर्ष 2010-11 के दौरान ग्राहकों की कुल शिकायतों में पिछले साल के मुकाबले 11 प्रतिशत तक कमी आई है।
उन्होंने कहा, हालांकि, इसमें निजी क्षेत्र और विदेशी बैंकों के खिलाफ 35 प्रतिशत तक शिकायतें हैं, जबकि इन बैंकों में ग्रामीण क्षेत्र की जमाराशि मात्र 12 प्रतिशत ही है। इसे देखते हुये इन बैंकों को शिकायत निपटान के अपने प्रयास तेज करने होंगे। मुखर्जी ने फैडरल बैंक की एक साथ 100 शाखाओं का उद्घाटन करते हुये यह बात कही। केरल स्थित निजी क्षेत्र के फैडरल बैंक की देशभर में फैली 100 शाखाओं को एकसाथ शुरु किया गया।
सब्सिडी के मुद्दे पर मुखर्जी ने कहा कि सीधे सब्सिडी भुगतान के लिये सरकार इलेक्ट्रॉनिक भुगतारन प्रणाली को शुरु करने की प्रक्रिया में लगी है। इससे केन्द्र सरकार के खाते से सीधे लाभार्थी के खाते में भुगतान हो सकेगा।
वर्ष 2010-11 में बैंकिंग लोकपाल योजना के तहत बैंकों के खिलाफ 71 हजार 274 शिकायतें प्राप्त हुई जबकि इससे पिछले साल इनके खिलाफ 79 हजार 266 शिकायतें मिलीं थी। रिपोर्ट के अनुसार आईसीआईसीआई बैंक के खिलाफ 6,895, एचडीएफसी बैंक के खिलाफ 5,590 शिकायतें मिलीं।
स्टेण्डर्ड चार्टर्ड बैंक के खिलाफ 2,144 शिकायतें, एचएसबीसी के खिलाफ 1,865, बाक्र्लेज बैंक के खिलाफ 629 और सिटी बैंक एनए के खिलाफ 967 शिकायतें मिलीं।
मुखर्जी ने कहा कि उन्होंने पिछले साल के बजट में सब्सिडी भुगतान के लिये ई-पेमेंट सिस्टम शुरु करने के बारे में घोषणा की थी। ई-पेमेंट सिस्टम से उर्वरक, केरोसिन और खाना पकाने की गैस की सब्सिडी को सीधे लाभार्थी तक पहुंचाने के मामले में पारदर्शिता आयेगी। बैंकों को इस मामले में बड़े सुधारों के लिये अपने आप को तैयार करना होगा। वित्तीय समावेश कार्यक्रम के मामले में मुखर्जी ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मार्च 2012 तक 2,000 से अधिक आबादी वाले इलाकों में बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने के लिये कहा गया है।
उन्होंने कहा, जनवरी 2012 अंत तक हमने 74,000 के लक्ष्य के मुकाबले 63,000 गांवों को इससे जोड़ा है, मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ सालों में हम 1,000 से अधिक आबादी वाले सभी क्षेत्रों को बैंकिंग नेटवर्क से जोड़ देंगे।
वित्त मंत्री ने कहा प्रभावी और सक्षम बैंकिंग तंत्र ही तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की रीढ है। उन्होंने कहा, जैसे-जैसे हम विकास के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे हमारे सामने बैंकिंग तंत्र की पहुंच व्यापक बनाने और ग्राहक सेवा और ग्राहक सुरक्षा में सुधार के बीच संतुलन की चुनौती खड़ी होगी।
बहरहाल, फैडरल बैंक की 100 नई शाखायें खुलने के साथ ही उसकी शाखाओं की कुल संख्या 938 हो गई और मध्य मार्च तक बैंक की इस संख्या को 1,000 तक पहुंचाने की योजना है। बैंक को चालू वित्त वर्ष में 700 से 800 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हासिल होने की उम्मीद है।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बैंक ने 202 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया है, दिसंबर अंत तक बैंक का कुल कारोबार 80,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 11, 2012, 00:00