Last Updated: Friday, December 9, 2011, 08:35
नई दिल्ली : वर्ष 2011-12 के दौरान सकल घरेलू उत्पादन की वृद्धि दर 0.25 फीसदी की कमी या अधिकता के साथ 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है। यह बात सरकार की ओर से पेश छमाही समीक्षा के दौरान सामने आई। सरकार ने शुक्रवार को संसद में पेश की गई अर्थव्यवस्था की छमाही समीक्षा में कहा कि इस वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे का लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं होगा।
सरकार की ओर से यह बात भी कही गई कि बजट में राजकोषीय सकल मुद्रास्फीति में कमी की धीमी रफ्तार चिंता का विषय है। इस बात की संभावना जताई गई कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक सकल मुद्रास्फीति सात फीसदी के करीब आ जाएगी। घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 4.6 फीसदी तक सीमित रखने का लक्ष्य रखा गया था। समीक्षा के दौरान यह बात भी कही गई कि कीमतों में स्थिरता के साथ आर्थिक वृद्धि की ऊंची गति बरकरार रखना सरकार की सबसे बड़ी चुनौती है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 9, 2011, 14:16