जून में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 3.6 फीसदी पर आई

जून में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 3.6 फीसदी पर आई

नई दिल्ली : अर्थव्यवस्था में सुस्ती का संकेत लगातार मिल रहा है। जून माह में आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 3.6 प्रतिशत पर आ गई है, जो पिछले साल इसी महीने में 5.6 प्रतिशत रही थी। प्राकृतिक गैस, उर्वरक तथा इस्पात के उत्पादन में कमी की वजह से बुनियादी उद्योगों की वृद्धि की रफ्तार घटी है।

इससे पहले मई में भी बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 4 फीसदी रह गई थी, जो मई, 2011 में 5.9 प्रतिशत थी। आज जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल अप्रैल से जून की अवधि में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 3.6 प्रतिशत रह गई है, जो पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5.2 प्रतिशत थी।

आठ बुनियादी उद्योगों में कच्चा तेल, पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद, कोयला, बिजली, सीमेंट और तैयार इस्पात आते हैं। इनका कुल औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में भारांश 37.9 प्रतिशत है।

अर्थशास्त्रियों कहना है कि बुनियादी उद्योगों का खराब प्रदर्शन अर्थव्यवस्था में सुस्ती की ओर इशारा करता है। इन आंकड़ों का असर जून माह के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों में भी दिखाई देगा, जो इसी माह आने हैं।

क्रिसिल के प्रमुख अर्थशास्त्री डी के जोशी ने कहा, बुनियादी उद्योगों के आंकड़े काफी खराब हैं। इनका कुल औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर भी असर दिखाई देगा। जून माह में प्राकृतिक गैस के उत्पादन में 11.1 प्रतिशत तथा कच्चे तेल में 0.8 फीसदी की गिरावट आई।

वहीं इस दौरान इस्पात उत्पादन 0.5 प्रतिशत घटा, जबकि उर्वरक उत्पादन में 11.7 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि इस दौरान कोयले का उत्पादन 7.2 प्रतिशत, सीमेंट का 10.2 प्रतिशत तथा पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन में 6.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, August 1, 2012, 23:54

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