Last Updated: Wednesday, February 6, 2013, 22:31

नई दिल्ली : वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि दीर्घावधि में टिकाउ उंची वृद्धि के बिना भारत अल्पपोषित और अल्प उपलब्धता की स्थिति झेलता रहेगा। के सुब्रमण्यम स्मृति व्याख्यान में वित्त मंत्री ने कहा कि यदि दीर्घावधि में हम टिकाउ उंची वृद्धि दर हासिल नहीं करते हैं, तो हम अल्पपोषित, अल्पशिक्ष्ज्ञित, अल्पउपलब्धा के अलावा अल्प प्रदर्शन वाला राष्ट्र बने रहेंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि सुरक्षा के लिए संसाधन उपलब्ध कराने और समाज कल्याण कार्यक्रमों मसलन स्वास्थ्य एवं शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए वृद्धि बेहद जरूरी है।
चिदंबरम ने कहा कि बिना वृद्धि के सरकार के पास शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को देने के लिए कम कोष होगा। रक्षा और पुलिस के खर्च में कटौती से हमारी रक्षा और सुरक्षा तैयारियों पर असर होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि आवश्यक खचरें को उधारी के जरिये पूरा नहीं किया जा सकता। यह सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में वैश्विक औसत से कहीं अधिक है।
सरकार चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 5.3 प्रतिशत पर सीमित रखने का लक्ष्य लेकर चल रही है। अगले वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को 4.8 प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 6, 2013, 22:31