Last Updated: Monday, September 23, 2013, 12:04
नई दिल्ली : सिस्तेमा श्याम टेली सर्विसेज (एसएसटीएल) ने आरोप लगाया है कि तीसरे दौर की स्पेक्ट्रम नीलामी संबंधी दूरसंचार नियामक ट्राइ की सिफारिशों में बाजार में पहले से काम कर रही 2जी मोबाइल सेवा कंपनियों का पक्ष लिया गया है।
एमटीएस ब्रांड सेवाएं देने वाली एसएसटीएल के मुख्य कार्यकारी दिमित्री शुखोव ने ट्राई की इस बात के लिए भी आलोचना की है कि उसने सीडीएमए स्पेक्ट्रम (800 मेगाहर्ट्ज) की नीलामी किए जाने की सिफारिश नहीं की और इसका कुछ हिस्सा जीएसएम आधारित सेवा प्रदान करने के लिए देने का सुझाव दे दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि तीसरे दौर की नीलामी संबंधी सुझावों में 2जी सेवा प्रदान करने वाली मौजूदा कंपनियों का समर्थन किया गया है और एमटीएस के निवेश का सम्मान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि 800 मेगाहर्ट्ज में से ईजीएसएम :अतिरिक्त जीएसएम: बैंड निकालने और पुराने जीएसएम 2जी नेटवर्कों के लिए उपयोग की अनुमति दिए जाने के ट्राई के सुझाव से स्पष्ट रूप से इस सोच का पता चलता है।
एसएसटीएल रूसी कंपनी सिस्तेमा की भारतीय शाखा है और नौ दूरसंचार सर्कल में सीडीएमए सेवा प्रदान करती है। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 23, 2013, 12:04