Last Updated: Tuesday, May 29, 2012, 19:58
नई दिल्ली : भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने 2-जी दूरसंचार स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए अत्यधिक न्यूनतम मूल्य का बचाव करते हुए आज कहा कि 2008 से अब तक प्रौद्योगिकी में जबर्दस्त बदलाव आया है । ट्राई ने वायदा किया कि ग्राहकों पर अधिक प्रभाव नहीं पडेगा क्योंकि उन्हें अधिक से अधिक पांच पैसा प्रति काल की दर से अतिरिक्त भुगतान करना होगा।
समझा जाता है कि संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के समक्ष पेश हुए प्राधिकरण प्रमुख राहुल खुल्लर और उनके पूर्व ट्राई प्रमुख रहे जे एस शर्मा ने अखिल भारतीय स्तर पर एक मेगाहर्टज स्पेक्ट्रम के लिए 3622 करोड रूपये के आधार मूल्य पर 2-जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की सिफारिश का बचाव किया है।
सिफारिश शर्मा के ट्राई प्रमुख रहते की गई थी। ग्राहकों पर इसके प्रभाव के बारे में ट्राई के अधिकारियों ने कहा कि लाइसेंस चूंकि 20 साल के लिए वैध हैं इसलिए इसका काल दरों पर संचयी प्रभाव तीन से चार पैसे प्रति मिनट की काल के हिसाब से पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ग्राहकों पर अधिक से अधिक पांच पैसा प्रति काल का असर पड़ेगा।(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 29, 2012, 19:58