Last Updated: Wednesday, January 4, 2012, 09:47
नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ने बैंकों के बचत खातों पर ब्याज दर को भले ही नियंत्रण मुक्त कर दिया हो पर केंद्र सरकार ने आज स्पष्ट किया कहा कि सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) को छोड़कर डाकघर की सभी बचत बचत योजनाओं पर ब्याज दरें पूरी योजनावधि के दौरान स्थिर रहेंगी।
सरकार ने साफ किया कि ऐसी लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर की घोषणा हर साल पहली अप्रैल को की जाएगी और योजना के परिपक्व होने तक वही दर मान्य रहेगी। वित्त मंत्रालय ने कहा कि 15 साल की अवधि वाली लोक भविष्य निधि योजना (पीपीएफ) के मामले में ब्याज दर पूरी अवधि तक सुनिश्चित नहीं रहेगी। पीपीएफ खाते की सालाना ब्याज दर उस वर्ष विशेष पर निर्भर होगी।
मंत्रालय ने कहा है कि लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर हर साल उसी मियाद की सरकारी प्रतिभूतियों की दर के अनुरूप रखी जाएगी, व्यक्तिगत निवेशकों के लिए पीपीएफ को छोड़कर अन्य योजनाओं में ब्याज दरें स्थिर ही रहेगी न कि परिवर्तनशील। एक दिसंबर 2011 से सरकार ने पीपीएफ ब्याज दर बढ़ाकर 8.6 फीसदी करने की घोषणा की।
यह इससे पहले आठ फीसदी थी। इस योजना में सालाना अंशदान की सीमा 70,000 से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है। इसी तरह डाक घर बचत योजना पर ब्याज दर भी 3.5 फीसद से बढ़कर चार फीसद कर दी गई है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 4, 2012, 15:17