Last Updated: Sunday, June 3, 2012, 16:36

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (पीएमईएसी) ने डीजल तथा रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में तत्काल वृद्धि किए जाने की जरूरत बताई है। पीएमईएसी के चेयरमैन सी. रंगराजन ने कहा है कि सरकारी खर्च पर नियंत्रण के लिए डीजल तथा एलपीजी की कीमतों में तुरंत इजाफे की जरूरत है।
एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में रंगराजन ने कहा, ‘यह काम जल्दी से जल्दी होना चाहिए। हमें कार्रवाई करने की जरूरत है। चाहे यह कदम कितना भी अलोकप्रिय क्यों न हो।’ रंगराजन ने कहा कि सब्सिडी पर नियंत्रण तथा राजकोषीय घाटे को 2012-13 में सकल घरेलू उत्पाद के 5.1 प्रतिशत पर रखने के लिए डीजल तथा रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी जरूरी है। 2011-12 में राजकोषीय घाटा 5.76 प्रतिशत रहा।
उन्होंने कहा, ‘दाम बढ़ाने की जरूरत इसलिए भी है कि क्योंकि राजकोषीय घाटा तभी कम हो सकता है जब हम सब्सिडी घटाएं। सब्सिडी का सबसे महत्वपूर्ण तत्व पेट्रोलियम सब्सिडी है। ऐसे में डीजल तथा एलपीजी कीमतों पर कदम उठाने की जरूरत है।’ सरकार ने पेट्रोल कीमतों को 2010 में नियंत्रणमुक्त किया था। लेकिन डीजल, एलपीजी तथा केरोसिन के दाम अभी भी सरकार ही तय करती है। तेल सब्सिडी से सरकार को चालू वित्त वर्ष में 60,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ने का अनुमान है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 3, 2012, 16:36