'डीजल के दाम भी तय करें बाजार' - Zee News हिंदी

'डीजल के दाम भी तय करें बाजार'

चेन्नई: प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष डा. सी रंगराजन ने डीजल के दाम भी बाजार के हवाले किये जाने पर जोर देते हुये कहा कि यह काम तब किया जाना चाहिये जब मुद्रास्फीति में गिरावट आनी शुरु हो जाये।
सरकार ने पिछले साल जून में पेट्रोल के दाम नियंत्रणमुक्त कर दिये थे। उसके बाद पेट्रोल के दाम बढ़ाने का निर्णय तेल कंपनियां खुद लेतीं हैं।

 

रंगराजन ने कहा कि डीजल भी दूसरी उपभोक्ता वस्तुओं की ही तरह है इसके दाम भी तेल कंपनियों को तय करने चाहिये। इसके लिये सबसे उपयुक्त समय तब होगा जब मुद्रास्फीति में गिरावट आनी शुरु हो जाये।

 

रंगराजन शनिवार को चेन्नई में  भारतीय बैंक संघ और इंडियन ओवरसीज बैंक द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन ‘बैंकॉन 2011’ में बोल रहे थे।

 

सरकार ने पेट्रोल के दाम नियंत्रणमुक्त कर दिये हैं लेकिन घरेलू रसोई गैस, राशन में बिकने वाला मिट्टी तेल और डीजल की बिक्री अब भी सरकार द्वारा तय मूल्य पर ही की जाती है जो कि इसकी वास्तविक लागत से कम होती है।

 

तेल विपणन कंपनियों ने गुरुवार को पेट्रोल के दाम 1.80 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिये। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के सहयोगी दलों में इसको लेकर तीखी प्रतिक्रिया हुई और तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस ने इस मूल्यवृद्धि का कड़ा विरोध किया है।

 

प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष का डीजल मूल्यों से नियंत्रण हटाने का यह वक्तव्य प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस वक्तव्य के एक दिन बाद आया है जब उन्होंने पेट्रोल कीमतों में वृद्धि को सही ठहराया है।

 

मनमोहन ने कान में जी20 शिखर सम्मेलन के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ईंधन मूल्यों को नियंत्रण मुक्त करने की दिशा में और आगे काम होना चाहिये और इन्हें बाजार के हवाले किया जाना चाहिये।  (एजेंसी)

First Published: Saturday, November 5, 2011, 15:45

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