Last Updated: Tuesday, July 30, 2013, 23:09

मुंबई : रिजर्व बैंक की विकास संबंधी चिंता, आयातकों की मासांत डॉलर मांग और कंपनियों द्वारा धन बाहर भेजे जाने से रुपया आज 106 पैसे की भारी गिरावट के साथ 60.47 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। रुपये की इस गिरावट ने केन्द्रीय बैंक द्वारा नकदी विस्तार में सख्ती के उठाये गये कदमों से स्थिति में आये सुधार को एक झटके में समाप्त कर दिया। रुपये में भारी गिरावट आज उस समय आई जब रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक समीक्षा में सभी नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखा और 2013.14 के लिए आर्थिक वृद्धि के अनुमान को पहले के 5.7 प्रतिशत से कम कर 5.5 प्रतिशत कर दिया।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 59.62 रुपये पर कमजोर खुला और 59.52 रुपये की उंचाई को छूने के बाद 60.55 रुपये प्रति डॉलर तक लुढ़क गया। आखिर में कारोबार की समाप्ति पर यह 106 पैसे अथवा 1.78 प्रतिशत घटकर 60.47 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह पिछले एक महीने की सबसे बड़ी गिरावट रही। कल रुपया 59.41 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच मुख्य आर्थिक सलाहकार रघुराम राजन ने आज कहा कि अगले कुछ सप्ताह में सरकार चालू खाते के घाटे को रोकने और रुपये में स्थिरता लाने के लिए कुछ और उपायों की घोषणा करेगी। बंबई शेयर बाजार के सूचकांक भी आज 255 अंक अथवा 1.25 प्रतिशत की गिरावट प्रदर्शित करता बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने आज 256.45 करोड़ रुपये का निवेश किया।
रिजर्व बैंक ने आज कारोबार के लिये डॉलर-रुपये की संदर्भ दर 59.8280 रुपये प्रति डॉलर और यूरो के लिये 79.3277 रुपये प्रति यूरो निर्धारित किया। पौंड, यूरो और जापानी येन के मुकाबले रुपये में गिरावट आई।
सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक के प्रमुख डीलर ने कहा, कारोबार के दौरान 59.70 और 59.75 रुपये के स्तर पर कुछ सौदों का निपटान किया गया। एक कंपनी द्वारा भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा बाहर भेजने से भी रुपये पर दबाव बढ़ा। 60 रुपये के बाद आयातकों की ओर से घबराहट में खरीदारी तेज हो गई। कमजोर रपये से कच्चे तेल तथा दूसरे आयात महंगे हो जायेंगे। इसका असर मुद्रास्फीति पर भी पड़ेगा।
अल्पारी फाइनेंसियल सर्विसेज (इंडिया) के सीईओ प्रमित ब्रह्मभट्ट ने कहा, आज रुपये का वायदा करीब 2 प्रतिशत गिर गया। हाजिर में भाव 60.50 रुपये प्रति डॉलर पर बोला गया। आयातकों की मासांत डालर मांग से रुपये के मुकाबले डालर और मजबूत हुआ। मौजूदा परिस्थितियों को देखकर अब यही लगता है कि आने वाले दिनों में रुपया 61.21 रुपये प्रति डॉलर के अब तक के सर्वकालिक निम्न स्तर से भी नीचे लुढ़क जायेगा। हाजिर में डॉलर-रुपये का सौदा 60.10 से लेकर 60.90 रुपये प्रति डॉलर के दायरे में रहने की उम्मीद है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 30, 2013, 23:09