ड्रीमलाइनर बेड़े के बारे में कोई फैसला नहीं : डीजीसीए

ड्रीमलाइनर बेड़े के बारे में कोई फैसला नहीं : डीजीसीए

ड्रीमलाइनर बेड़े के बारे में कोई फैसला नहीं : डीजीसीएनई दिल्ली : विमानन क्षेत्र के नियामक डीजीसीए ने शनिवार को कहा कि वह ड्रीमलाइनर विमानों में आगजनी तथा तकनीकी गड़बड़ी की ताजा घटना की जांच पर नजदीकी निगाह रखे है तथा एयर इंडिया के इन विमानों के बेड़े के बारे में कोई निर्णय नहीं किया गया है।

डीजीसीए के प्रमुख अरण मिश्रा ने बताया, ‘हम (हीथ्रो में) जांच पर नजदीकी निगाह रखे हुए हैं। हम (एयर इंडिया के ड्रीमलाइन विमान बेड़े) कोई फैसला जांच की रिपोर्ट और वारदात के कारणों के बारे में जानने के बाद ही करेंगे।’
बोइंग के 787 ड्रीमलाइन विमान में इन ताजी घटनाओं में हवाई अड्डे पर खड़े एक विमान में आग लगना तथा मशीनी खराबी होने की आशंका में उड़ान भरने के ठीक बाद विमान का हवाईअड्डे पर लौटना शामिल है।

बैटरी के कारण आग लगने की घटनाओं के बाद पूरी दुनिया में चार महीने से उड़ान ठप्प होने का सामना करने के बाद ड्रीमलाइनर विमानों द्वारा उड़ान की शुरुआत हुई थी जिसके दो महीने से भीतर ही यह घटनायें हुई हैं।

बोइंग ने आगजनी की वारदात के बाद लिथियम आयोन बैटरी पैक में संशोधन करने के लिए दुनिया भर से जनवरी में सेवा से ड्रीमलाइनर विमानों को वापस ले लिया था। परिवर्तन के बाद इन विमानों को मई से दोबारा उड़ान भरने की अनुमति दी गई थी।

एयर इंडिया के पास 27 बोइंग 787 विमानों के आर्डर में से अभी सात बोइंग 787 विमान हैं। एयर इंडिया ने इस नये पीढ़ी के विमानों पर उम्मीदें गड़ायी हुई हैं जिसका उसके कई नये और मौजूदा वैश्विक मार्गो पर परिचालन के लिए इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है।

यह विमान एयर इंडिया के दिल्ली.चेन्नई, दिल्ली.बेंगलूर और दिल्ली-कोलकाता जैसे घरेलू मार्गों पर भी सेवा प्रदान कर रहा है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, July 13, 2013, 20:28

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