Last Updated: Thursday, January 12, 2012, 08:51
नई दिल्ली : खाद्य मुद्रास्फीति में लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट पर संतोष व्यक्त करते हुए वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को कहा कि कुछ और समय यदि यही स्थिति बनी रही तो सकल मुद्रास्फीति पर भी काबू पा लिया जाएगा।
ताजा आंकड़ों के अनुसार गत 31 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति शून्य से 2.90 प्रतिशत नीचे थी। मुखर्जी ने खाद्य मुद्रास्फीति के ताजा आंकड़ों पर यहां संवाददाताओं से कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति शून्य से नीचे बनी हुई है। लगातार गिरावट का रुझान बना हुआ है, यदि यह रुझान बना रहता है तो सकल मुद्रास्फीति भी काबू में आ जाएगी। खाद्य मुद्रास्फीति इससे पिछले सप्ताह भी 3.36 प्रतिशत ऋणात्मक रही थी।
सकल मुद्रास्फीति अभी भी नौ प्रतिशत से उपर चल रही है। नवंबर 2011 में सकल मुद्रास्फीति 9.11 प्रतिशत दर्ज की गई। सकल मुद्रास्फीति में खाद्य मुद्रास्फीति का हिस्सा 14 प्रतिशत है। सरकार और रिजर्व बैंक के अनुसार सकल मुद्रास्फीति के करीब 5 प्रतिशत के दायरे में रहना संतोषजनक होगा। पिछले सप्ताह वित्त मंत्री ने कहा था कि खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट आने से सकल मुद्रास्फीति को मार्च तक सात प्रतिशत से नीचे लाने में मदद मिलेगी। नवंबर 2011 के बाद से खाद्य वस्तुओं के दाम में तीव्र गिरावट दर्ज की जा रही है। नवंबर के पहले सप्ताह के बाद से खाद्य मुद्रास्फीति दहाई अंक से गिरती हुई ऋणात्मक हो चुकी है।
इससे पहले, रिजर्व बैंक ने कहा था कि मांग.आपूर्ति असंतुलन के चलते दिसंबर तक मुद्रास्फीति के उच्च स्तर पर बने रहने की आशंका है, उसके बाद मार्च अंत तक यह घटकर 7 प्रतिशत रह जाएगी।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, January 12, 2012, 16:22