Last Updated: Sunday, December 30, 2012, 10:42
नई दिल्ली : आर्थिक नरमी, खराब डिजाइन और आय बढ़ाने के बेहतर तरीके के अभाव के कारण दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र :एनसीआर: के आधे से अधिक मॉल खाली हैं। यह बात उद्योग मंडल एसोचैम के सर्वेक्षण में कही गई।
उद्योग मंडल ने कहा कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 55 फीसद मॉल खाली हैं, जबकि मुंबई में 52 फीसद और अहमदाबाद में 51 फीसद मॉल खाली हैं। चेन्नई में 50 फीसद, हैदराबाद में 48 फीसद और बेंगलूर में 45 फीसद मॉल खाली हैं। माना जा रहा है कि कई मॉल्स का निर्माण देर से हो रहा है जबकि खुदरा विक्रेताओं की अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिलने के कारण कई मॉल्स का निर्माण रोक ही दिया गया है। इसमें कहा गया कि जगह अच्छी न होने, खराब डिजाइन और पार्किंग की खराब सुविधा के कारण मॉल खाली हैं। कुछ मॉल्स में सिर्फ 60 फीसद दुकानें ही भरी हैं।
सर्वेक्षण में कहा गया कि उद्योग को भी कई किस्म के कर, नीतियों में स्पष्टता के अभाव और आपूर्ति श्रृंखला व स्टोर प्रबंधन क्षेत्र में विशेषज्ञों की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इसमें कहा गया कि बड़े शॉपिंग मॉल भी सुनसान दिख सकते हैं और ज्यादातर खुदरा विक्रेताओं ने कहा कि वे नई दुकानें खोलने से बच रहे हैं और मौजूदा दुकानों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। सर्वेक्षण में कहा गया कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मॉल किराये में भी सबसे अधिक कमी दर्ज हुई जिसके बाद मुंबई, अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलूर, कोलकाता और पुणे शामिल हैं। भारत में करीब 1,200 शॉपिंग मॉल हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 30, 2012, 10:42