Last Updated: Wednesday, April 25, 2012, 17:53
नई दिल्ली : दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरना अब और महंगा हो सकता है।
हवाईअड्डा आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (एईआरए) ने देश के इस प्रमुख हवाईअड्डे का परिचालन करने वाली कंपनी को विमानों के उतरने, पार्किंग और दूसरी सुविधाओं से जुड़े शुल्कों में 346 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने की अनुमति देने का निर्णय किया है। नयी दरें दो वर्ष के लिए लागू होंगी।
शुल्क बढ़ने से घरेलू क्षेत्र के यात्री किराए में करीब 290 रुपए और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में 580 रुपए की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा प्राधिकरण ने घरेलू और विदेशी उड़ानों के यात्रियों पर उपयोक्ता विकास शुल्क (यूडीएफ) भी बढा दिया है। अगले साल से यह शुल्क और ऊंचा हो जाएगा। आदेश में कहा गया है कि इन शुल्कों को विमानन कंपनियों और हवाई अड्डे का इस्तेमाल करने वाले दूसरे लोगों को चुकाना होगा हालांकि वर्ष 2012-13 के लिए हवाई अड्डे शुल्क में की गई बढ़ोतरी जीएमआर के नेतृत्व वाले संयुक्त उद्यम दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (डायल) द्वारा की गई मांग के मुकाबले आधी है।
डायल ने शुल्कों में औसतन 774 प्रतिशत बढ़ोतरी की मांग की थी। आदेश में कहा गया है कि 2012 से 2014 के बीच यह 345.92 प्रतिशत बढ़ोतरी ‘नियंत्रित अवधि के दौरान एकल बार की जा सकेगी। इस पहल को बेहद निराशाजनक करार देते हुए इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) ने कहा कि हवाईअड्डा शुल्क में बढ़ोतरी से दिल्ली विश्व का सबसे मंहगा हवाईअड्डा हो जाएगा।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 25, 2012, 23:23