Last Updated: Saturday, November 19, 2011, 14:01
चेन्नई : वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने कहा है कि मुद्रास्फीति दिसंबर से घटनी शुरू हो जाएगी और रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च अंत तक यह घटकर सात प्रतिशत रह जाएगी। थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित सकल मुद्रास्फीति अक्तूबर माह में 9.73 प्रतिशत रही है। एक महीना पहले यह 9.72 प्रतिशत पर थी।
बसु ने यहां ‘वैश्विक अनिश्चितता और इसका भारतीय निर्यात पर असर’ विषय पर आयोजित एक सम्मेलन में कहा कि भारत में जर्मनी और हंगरी की तुलना में मुद्रास्फीति ज्यादा ऊंची नहीं है। उन्होंने कहा, ‘इन दोनों देशों में मुद्रास्फीति काफी ऊंची है और हम इसके आसपास भी नहीं हैं।’
बसु ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि दिसंबर में मुद्रास्फीति, जिसके आंकड़े हमें जनवरी में प्राप्त होंगे, कम होगी। रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय दोनों का ही मानना है कि मार्च तक मुद्रास्फीति की दर घटकर 7 प्रतिशत रह जाएगी।’ उन्होंने कहा कि 9 से 10 प्रतिशत की मुद्रास्फीति आम जनता के लिए काफी मुश्किल है और यह उनके लिए काफी कठिन स्थिति है। हालांकि, उन्होंने कहा कि पिछले साल चार महीनों तक यह 10 प्रतिशत के आसपास बनी रही और उसके बाद नीचे आ गई।
बसु ने यह भी कहा कि दिसंबर मध्य से खाद्य मुद्रास्फीति भी नीचे आने लगेगी। उन्होंने कहा कि देश में 70 और 90 के दशक में मुद्रास्फीति 20 महीने तक 20 प्रतिशत के दायरे में काफी लंबे समय तक बनी रही थी।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, November 19, 2011, 19:31