दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट में गिरावट

दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट में गिरावट

दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट में गिरावटज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

नई दिल्‍ली : इस साल जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान देश की आर्थिक वृद्धि दर घटकर 5.3 प्रतिशत रह गई। पिछले साल इसी अवधि में यह 6.7 प्रतिशत थी।

जीडीपी ग्रोथ रेट दूसरी तिमाही में गिरावट आई है, जो 5.5 फीसदी से घटकर 5.3 फीसदी रह गई है। पिछले साल इसी तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ रेट 6.7 फीसदी थी।

गौर हो कि क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा ने बीते दिनों चालू वित्त वर्ष के लिए देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 5.4 प्रतिशत कर दिया था। निजी निवेश में तेजी न आने के मद्देनजर इक्रा ने यह कदम उठाया है। इससे पहले रेटिंग एजेंसी ने 2012-13 में देश की वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।

इक्रा के बयान में कहा गया कि धारणा में सुधार के बावजूद निजी निवेश नहीं बढ़ने, सितंबर में नकद आरक्षित अनुपात में कटौती का पूरा लाभ नहीं मिल पाने, रेपो दरों के के मोर्चे पर राहत नहीं मिलने और खपत में कमी की वजह से हम जीडीपी की वृद्धि अनुमान को घटाकर 5.4 प्रतिशत कर रहे हैं। इक्रा ने कहा कि उसे उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों में में 0.25 फीसद कटौती करेगा। इक्रा ने अनुमान लगाया है कि राजकोषीय घाटा जीडीपी का 5.6 से 5.7 प्रतिशत रहेगा। यह सरकार के 5.3 प्रतिशत के अनुमान से अधिक है। साथ ही रेटिंग एजेंसी ने अनुमान लगाया था कि चालू खाते का घाटा ऊंचा रहेगा। कमजोर रुपये और विनिर्माण क्षेत्र के निचले स्तर पर रहने की वजह से चालू खाते का घाटा प्रभावित होगा।

First Published: Friday, November 30, 2012, 11:46

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