Last Updated: Monday, June 4, 2012, 18:41

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
नई दिल्ली: देश की मौजूदा खराब आर्थिक हालात को सुधारने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। इस उच्च स्तरीय बैठक में कैबिनेट के सभी महत्वपूर्ण मंत्री शामिल होंगे। बुधवार को होनेवाली इस बैठक में देश के खराब होते हालात पर चर्चा की जाएगी। पीएम ने कहा कि हमारे देश और हमारी अर्थव्यवस्था के लिए मुश्किल समय हैं, यह घड़ी हमारी इच्छा और दृढ़ संकल्प की परीक्षा का है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था खराब हालत में है। उन्होंने कहा कि हालांकि यूपीए के शासनकाल में गरीबी कम हुई है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, यह हमारे देश और हमारी अर्थव्यवस्था के लिये कठिन समय है, यह हमारी इच्छाशक्ति और प्रतिबद्धता की परीक्षा का समय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे विरोधियों द्वारा झूठी अफवाहें और असत्य बातें फैलाई जा रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश और हमारी अर्थव्यवस्था के लिए मुश्किल समय हैं, यह घड़ी हमारी इच्छा और दृढ़ संकल्प की परीक्षा का है।
खत्म हुए वित्तीय वर्ष के आखिरी तिमाही में उम्मीद से काफी कम विकास दर के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्र खासकर कपड़ा उद्योग, सीमेंट में तीव्र गिरावट से रुपये की कीमत में कमी, राजकोषीय घाटा और अधिक महंगाई से भी सरकार की चिंता बढ़ी है। जनवरी से मार्च तक भारत की विकास दर पिछले एक दशक में सबसे कम रही है। कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने चालू वित्त वर्ष में भारत की विकास 5.7 से 6.4 के बीच रहने की उम्मीद जाहिर की है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का विरोध करने वाले हताश व निराश तत्व गलत सूचनाएं फैला रहे हैं, इनसे प्रभावी तरीके से निपटने की आवश्यकता है। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सरकार के खिलाफ फैलाई जा रही इन गलत सूचनाओं के बारे में जनता को आगाह करें।
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में गरीबी कम हुई है। कृषि के क्षेत्र में भी विकास हुआ है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का लाभ हर चौथे में से एक घर को मिला है। सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
वहीं, सरकार की चुनौतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था में सुस्ती का असर यहां भी हो रहा है। देश् में पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि ईरान को लेकर तनाव और पश्चिम एशिया में अनिश्चित माहौल के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ रही है, जिसका असर यहां के लोगों पर भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में लक्ष्य को हासिल करना भी सरकार की महत्वपूर्ण चुनौतियां हैं।
First Published: Monday, June 4, 2012, 18:41