Last Updated: Monday, September 30, 2013, 18:14

नई दिल्ली : विकसित देश तथा भारत, चीन और फिलिपींस जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में औसत वेतन में अंतर 2030 तक उल्लेखनीय रूप से घट जाएगा। पीडब्ल्यूसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 17 बरस में भारत में औसत वेतन लगभग चार गुना हो जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत और इंडोनेशिया जैसे उभरते बाजारों तुलनात्मक रूप से वेतन अनुमान को लेकर निचले स्तर पर हैं, में वेतन स्तर में उल्लेखनीय इजाफा देखने को मिलेगा और इससे वैश्विक कारोबार एक नया आकार लेगा।
रिपोर्ट कहती है कि तुलनात्मक रूप से भारत व फिलिपींस वेतन के निचले स्तर पर हैं, लेकिन देश में औसत वेतन 2030 तक डालर मूल्य में चार गुना हो सकता है। पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन और अमेरिका में इस अवधि में वेतन में अनुमानित वृद्धि तीन गुना होगी।
इसमें कहा गया है कि भारत में औसत मासिक वेतन ब्रिटेन की तुलना में फिलहाल 25 गुना कम है। 2030 तक यह अंतर घटकर 7.5 गुना का ही रह जाएगा। पीडब्ल्यूसी ने कहा कि इसी तरह फिलहाल अमेरिका में औसत वेतन मेक्सिको की तुलना में 7.5 गुना कम है। 2030 तक यह अंतर 4 गुना का रह जाएगा। इसी दौरान चीन में औसत वेतन बढ़कर स्पेन के औसत वेतन के आधे पर पहुंच जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 30, 2013, 18:12