Last Updated: Monday, May 21, 2012, 15:28
नई दिल्ली\मुंबई : एयर इंडिया के दो हड़ताली पायलट आज काम पर लौट आए। 200 से अधिक पायलटों की हड़ताल के 14वें दिन में प्रवेश करने के साथ नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कंपनी की यूनियनों से गतिरोध दूर करने में सहयोग का आह्वान किया।
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा, मान्यता खो चुकी यूनियन इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) के दो सदस्य आज ड्यूटी पर लौट आए। इससे काम पर लौटने वाले ‘बीमार’ पायलटों की संख्या बढ़कर पांच पर पहुंच गई।
गतिरोध दूर करने के उपाय तलाशने की कोशिश कर रहे सिंह ने दिल्ली में एयर इंडिया की मान्यता प्राप्त 10 यूनियनों के नेताओं से मुलाकात की और उनसे आईपीजी को अपनी हड़ताल खत्म करने के लिए राजी करने की अपील की।
एयर इंडिया इंजीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव प्रदीप ढोबले ने कहा कि यूनियनों ने मिलकर सिंह से एक समझौते का फामरुला लाने और बख्रास्त किए गए 71 पायलटों को बहाल करने का आश्वासन देने की गुजारिश की।
मंत्री ने एयर इंडिया की वित्तीय स्थिति बहाल करने और इसके शानदार अतीत को वापस लाने के लिए सभी मान्य यूनियनों से सहयोग मांगा। मौजूदा आंदोलन को देखते हुए मान्यता खो चुकी आईपीजी को बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था। नागर विमानन मंत्री ने डेढ़ घंटे चली बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया, मैंने यूनियनों के विचार जानने के लिए उनके साथ बैठक बुलाई थी।
हमने एयर इंडिया के समक्ष पैदा हुई मौजूदा स्थिति, इसे संकट से उबारने के उपायों, वित्तीय पुनर्गठन योजनाओं व कंपनी के भविष्य पर चर्चा की। उन्होंने कहा, मैंने इसके वित्तीय सेहत और इसके महाराजा के दर्जे को बहाल करने के लिए सभी यूनियनों का सहयोग मांगा।
सिंह ने कहा कि वेतन समानता और करियर की प्रगति जैसे मानव संसाधन एकीकरण से संबंधित सभी मुद्दों पर धर्माधिकारी समिति की सिफारिशें सभी यूनियनों के साथ परामर्श करने के बाद ही लागू की जाएंगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, May 21, 2012, 20:58