Last Updated: Sunday, January 6, 2013, 21:20

गोलाप्रोलु (आंध्रप्रदेश) : नकदी अंतरण योजना को ‘चरमरायी हुई आपूर्ति व्यवस्था’ को दुरुस्त करने के लिए ‘सबसे बड़ा प्रयोग’ करार देते हुए केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने आज आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के गोलाप्रोलु गांव में मनरेगा और सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए ‘आधार’ आधारित नकदी अंतरण योजना शुरू की और इस बात के प्रति आगाह किया कि यह कोई जादू की छड़ी नहीं है और जमीनी स्तर पर इसे सफल बनाने के लिए काफी काम करने की जरूरत है।
रमेश ने कहा, ‘नकदी अंतरण योजना कोई जादू की छड़ी नहीं है। यह एक प्रयोग है। प्रशासनिक सुधार की दिशा में सबसे बड़ा प्रयोग।’ मंत्री ने कहा, ‘जमीनी स्तर पर इससे जुड़ी समस्याएं हैं। बैंकों, डाकघरों और ऑनलाइन संपर्क को लेकर कुछ समस्याएं हो सकती हैं। हम अभी इस पर काम कर रहे हैं। हम यह मसला सुलझा लेंगे।’
रमेश ने कहा, ‘यदि हम इसे लागू कराने में सफल होते हैं तो हमारी कल्याणकारी आपूर्ति व्यवस्था में यह आमूल चूल सुधार की तरह होगा।’ गौरतलब है कि पूर्वी गोदावरी आंध्र प्रदेश के उन चार में से एक जिला है जहां पहले चरण में यह योजना लागू की जा रही है। पूर्वी गोदावरी की करीब 99 प्रतिशत आबादी आधार के लिए नामांकन करा चुकी है और 43.32 लाख लोगों के पास आधार कार्ड है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 6, 2013, 20:27