Last Updated: Tuesday, October 30, 2012, 17:06

मुंबई : नकली नोट के प्रचलन को लेकर चिंता जताते हुए रिजर्व बैंक ने आज कहा कि वह बैंकों के लिये नोटों के सत्यापन हेतु जारी निर्देशों के क्रियान्वयन की स्थिति की नवंबर के पहले सप्ताह में समीक्षा करेगा। केंद्रीय बैंक ने नकली नोटों का पता लगाने तथा उसके बारे में सूचना देने के लिये मई महीने में दिशानिर्देश जारी किये थे।
दूसरी तिमाही की मौद्रिक नीति समीक्षा पेश करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव ने कहा, यह देखा गया है कि नकली नोटों का पता चलने पर उसकी सूचना देने के मामले में स्थिति उम्मीद के अनुरूप नहीं सुधरी है..इसके मद्देनजर रिजर्व बैंक ने इस वर्ष मई में जो दिशानिर्देश जारी किये थे, उसके क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा नवंबर के दूसरे सप्ताह में की जाएगी। केंद्रीय बैंक ने मई महीने में जारी निर्देश में बैंकों को सलाह दी थी कि वे 100 रुपये तथा उससे उच्च मूल्य के नोट लेने के बाद उसका सत्यापन किये बिना फिर से प्रचलन में न डाले।
रिजर्व बैंक ने कहा कि हालांकि 90 प्रतिशत करेंसी चेस्ट सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के पास है लेकिन उनके पास से केवल 10 प्रतिशत नकली नोटों के बारे में सूचना मिलती है। वहीं दूसरी तरफ निजी क्षेत्र के बैंकों के पास 10 प्रतिशत से कम करेंसी चेस्ट हैं लेकिन उनके पास से नकली नोटों 90 प्रतिशत मामले आते हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 30, 2012, 17:06