Last Updated: Monday, October 8, 2012, 10:35

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली: डीएलएफ-रॉबर्ट वाड्राके बीच हुई डील में अखबार इकनॉमिक टाइम्स ने नया खुलासा किया है। अखबार ने एक खबर के हवाले से कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के बीच हुए डील की जानकारी बोर्ड को नहीं थी। अखबार ने यह दावा किया है कि इस डील के बारे में बोर्ड में कभी चर्चा हुई ही नहीं थी
साथ ही दो इंडिपेंडेंट निवेशकों को भी इस डाल की जानकारी नहीं थी।
डीएलएफ के एक इंडिपेंडेंट निवेशक के एन मेमानी के मुताबिक इस मसले पर कभी बोर्ड मीटिंग में चर्चा नहीं हुई थी और ना ही हमें इस डील के बारे में जानकारी थी। यह हमारी जानकारी में नहीं था और यह संभव भी नहीं है कि हम होनेवाले हर लेनदेन की जानाकारी रखें।
इससे पहले डीएलएफ ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था कि उसने वाड्रा को बिना ब्याज वाला ऋण फायदा पाने के लिहाज से दिया था। उसने कहा कि वाड्रा के साथ एक वैयक्तिक उद्यमी के तौर पर उसका पारदर्शी लेनदेन हुआ है।
केजरीवाल और भूषण ने दो दिन पूर्व आरोप लगाए थे कि 43 वर्षीय वाड्रा को सरकार से फायदा पाने की एवज में डीएलएफ ने वर्ष 2007 से 2010 के बीच 65 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त ऋण बिना किसी सुरक्षा गारंटी के दिया था।
First Published: Monday, October 8, 2012, 10:35