Last Updated: Tuesday, April 2, 2013, 21:48
नई दिल्ली : शिक्षा को प्रौद्योगिकी से जोड़ते हुए उसे देश के सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचाने के प्रयासों से जुड़ी सस्ते टैबलेट वाली ‘आकाश’ परियोजना को रोके जाने की आशंका को सरकार ने आज निराधार बताया।
राष्ट्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड (केब) की यहां हुई बैठक के बाद मानव संसाधन विकास मंत्री एम एम पल्लम राजू ने संवाददाताओं से कहा कि मैंने कभी यह नहीं कहा कि आकाश परियोजना के बारे में फिर से विचार किया जा रहा है। मुझे यह नहीं पता कि यह बात मेरे हवाले से कहां से आई। इस परियोजना को आईआईटी मुम्बई आगे बढ़ा रहा है।
उन्होंने कहा कि आकाश का प्रथम और द्वितीय प्रारूप तैयार हो गया है और आकाश 3 एवं 4 का विकास किया जा रहा है। लेकिन समस्या इसके उत्पादन को लेकर है। यह पूछे जाने पर कि आकाश का उत्पादन करने वाली कंपनी ‘डाटाविंड’ के अनुबंध के अनुरूप निर्धारित संख्या में टैबलेट की आपूर्ति नहीं किए जाने पर क्या कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी, राजू ने कहा कि इस संबंध में आर्डर देने वाले निश्चित तौर पर स्पष्टीकरण मांगेंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि आकाश के संबंध में सभी प्रारूप मापदंडों पर खरे उतरे हैं। आने वाले समय में आकाश के उत्पादन की दिशा में प्रयास तेज होंगे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 2, 2013, 21:48