Last Updated: Friday, September 21, 2012, 09:29

वाशिंगटन : अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि जब भारत के साथ बढ़ते रक्षा व्यापार की बात आती है तो अमेरिका की वर्तमान निर्यात नियंत्रण व्यवस्था एक बड़ी बाधा बन जाती है और कई बार तो यह बेहद निराशाजनक होती है।
अमेरिकी रक्षामंत्री लियोन पेनेटा द्वारा नियुक्त किए गए उप रक्षा मंत्री एश्टन बी कार्टर को अपने भारतीय समकक्षों के साथ मिलकर इन नौकरशाही की बाधाओं को दूर करने की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि ऐसी कई सारी चीजें हैं जिन्हें अमेरिका को अपने निर्यात नियंत्रण नियमन में बदलने की जरूरत है।
उप रक्षा मंत्री कार्टर ने पोलिटिको प्रो डिफेंस फोरम में सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ओबामा प्रशासन द्वारा भारत के साथ रक्षा एवं रणनीतिक संबंध सुधारने के इरादे और अमेरिका के वर्तमान निर्यात नियंत्रण नियमन में एक वास्तविक ‘बेमेल’ है।
उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि पूर्व रक्षा मंत्री राबर्ट गेट्स अक्सर इस बारे में कहते थे। अब रक्षामंत्री पेनेटा और विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने भी इस बारे में कहा है।
कार्टर ने कहा, जब भारत की बात आती है तो ये समस्याएं बहुत गंभीर होती हैं क्योंकि भारत और हम बहुत लंबे समय तक औद्योगिक और तकनीकी रूप से अलग-अलग रहे हैं। पूरे शीत युद्ध के समय ऐसा रहा। उन्होंने कहा, जब आप तालमेल बैठाने की कोशिश करते हैं कि उनके तरीके क्या हैं और हमारे तरीके क्या हैं तो इसका कोई इतिहास नहीं मिलता। कार्टर ने कहा, हमें इतिहास बनाना होगा।
इस साल अपनी भारत यात्रा के दौरान पेनेटा ने कार्टर को लालफीताशाही से संबंधित बाधाओं को दूर करने की जिम्मेदारी दी थी ताकि भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबंध बढ़ सकें। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 21, 2012, 09:29