Last Updated: Saturday, July 7, 2012, 13:35

नई दिल्ली : पिछले एक साल के दौरान खराब होती वैश्विक आर्थिक स्थिति को देखते हुए अगले 5 साल में नौ प्रतिशत की औसत वृद्धि दर हासिल करना संभव नहीं है और यह 8.8.5 प्रतिशत हो सकता है। योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने गुरुवार यह बात कही।
राज्यों के योजना बोर्डों व विभागों के एक सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि 12वीं योजनावधि में 9 प्रतिशत की औसत वृद्धि दर के बारे में विचार करना संभव नहीं है। मुझे लगता है कि यह 8 और 8.5 प्रतिशत के बीच रह सकता है।’’ पिछले साल, योजना आयोग ने 12वीं योजना के लिए दृष्टि मसौदे में सालाना 9 प्रतिशत की औसत वृद्धि दर के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय विकास परिषद से मंजूरी ली थी।
अहलूवालिया ने कहा कि जब मैं कहता हूं कि यह व्यवहारिक है. तो इसके लिए जबरदस्त प्रयास की जरूरत होगी। अगर आप यह नहीं करते तो 8 प्रतिशत की दर से विकास का अधिकार भगवान भी नहीं देगा। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि पिछले एक साल के दौरान वैश्विक आर्थिक स्थिति तेजी से बिगड़ी है। 12वीं योजना के पहले वर्ष (2012.13) में वृद्धि दर 6.5 से 7 प्रतिशत रह सकती है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 7, 2012, 13:35