Last Updated: Monday, May 14, 2012, 09:50
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली: सरकार ने एयर इंडिया के हड़ताली पायलटों के प्रति अपना रवैया सख्त कर लिया है। नागरिक विमानन मंत्री अजीत सिंह ने साफ कर दिया है कि हड़ताली पायलट के किसी भी यूनियन से वह कोई बातचीत नहीं करेंगे। उन्होंने साफ किया कि जिन चार मुद्दों पर एयर इंडिया के पायलटों ने हड़ताल की थी अब वह मुद्दे नहीं रह गए हैं और जो भी नए मुद्दे हैं उनपर बातचीत तो की जा सकती है लेकिन पायलटों को पहले हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौटना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि पायलट गिल्ड की मान्यता खत्म हो चुकी है और उनसे बातचीत नहीं करूंगा।
इस बीच एयर इंडिया पायलटों की हड़ताल का आज सातवां दिन है। आज भी अबतक कुल 14 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द हो चुकी है। तमाम कोशिशों के बावजूद हड़ताली पायलटों और एयर इंडिया प्रबंधन में अबतक सुलह नहीं हो पाई है। हालांकि माना जा रहा है कि हड़ताली पायलट आज नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह से मिल सकते हैं।
हड़ताली पायलट बिना शर्त सरकार से बात करना चाहते हैं लेकिन सरकार की शर्त है कि पहले वो काम पर वापस आएं। जबकि पायलट गिल्ड अपनी मांगों पर अटल है। नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने कहा है कि पायलटों की मांगों पर तभी सुनवाई होगी जब वह हड़ताल तोड़ें क्योंकि हड़ताल की वजह से एयर इंडिया का भविष्य खतरे में पड़ा, तो पायलटों का भविष्य भी खतरे में पड़ सकता है।
First Published: Monday, May 14, 2012, 18:29