Last Updated: Wednesday, September 19, 2012, 14:31
नयी दिल्ली : पार्टिसिपेटरी नोट यानी पी-नोट के जरिए अमीर विदेशी संस्थाओं का भारतीय बाजारों में निवेश अगस्त में बढ़कर पांच महीने के उच्चतम स्तर 1,41,710 करोड़ रुपए (26 अरब डालर) तक पहुंच गया। हालांकि, शेयरों में लगातार दूसरे महीने निवेश घटा है।
डेरिवेटिव बाजार में आमतौर पर निवेश में बढ़ोतरी दर्ज हुई हालांकि भारतीय बाजार में भागीदारी नोट :पी-नोट: के जरिए जितना निवेश हुआ उनमें से आधे से ज्यादा का निवेश शेयर में हुआ।
पी-नोट का उपयोग मुख्य तौर पर विदेशी अरबपति (उच्च नेटवर्थ वाले लोग), हेज फंड और अन्य विदेशी संस्थान करते हैं। इसके जरिए वे भारत में पहले से पंजीकृत विदेशी संस्थागत निवेशकों के जरिए निवेश कर सकते जिससे प्रत्यक्ष पंजीकरण की लागत और समय बच जाता है।
सेबी द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक भारतीय बाजार (शेयर, ऋण और डेरिवेटिव) में पी-नोट निवेश मार्च के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। मार्च में पी-नोट के जरिए 1,65,832 करोड़ रुपए का निवेश हुआ था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 19, 2012, 14:31