Last Updated: Friday, March 30, 2012, 10:01
नई दिल्ली : विदेशी निवेश के बारे में अनिश्चितता दूर करते हुए वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिये शेयर बाजार में निवेश करने वाले व्यक्ति को भारत में कर नहीं देना होगा। वित्त मंत्री के इस बयान के बाद शेयर बाजारों में जोरदार उछाल आया।
मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘भारतीय कर अधिकारी वित्तीय संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) से आगे जाकर पी-नोट्स धारकों की जानकारियों की जांच नहीं करेंगे। ऐसे में पी-नोट्स धारकों पर भारत में कर देनदारी का सवाल ही पैदा नहीं होता। इस बारे में जरूरी स्पष्टीकरण जल्द जारी किया जाएगा।’ वित्त मंत्री के आश्वासन के बाद दोपहर के समय बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में 285.66 अंक की तेजी आई। पी-नोट्स के जरिये ऐसे विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) जो बाजार नियामक सेबी के पास पंजीकृत नहीं हैं, भारतीय शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं।
विदेशी निवेश पर वित्त विधेयक, 2012 के प्रावधानों का उल्लेख करते हुए मुखर्जी ने कहा, ‘मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि सरकार का इरादा सही निवेशकों को कतई परेशान करने का नहीं है।’
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 30, 2012, 16:18