Last Updated: Saturday, June 2, 2012, 20:54

नई दिल्ली : पेट्रोल कीमतों में अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि के कारण देशभर में हो रहे विरोध के बाद आज पेट्रोल कीमतों में 2.02 रुपये प्रति लीटर की कटौती कर दी गई। नई दरें आज मध्यरात्रि से लागू होंगी। हाल में पेट्रोल कीमतांे में 7.54 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी। छह माह में पहली बार कटौती के बाद अब दिल्ली में पेट्रोल का दाम 71.16 रुपये प्रति लीटर हो गया है। अभी तक पेट्रोल का दाम 73.18 रुपये प्रति लीटर है।
तकनीकी रूप से पेट्रोलियम कंपनियों को पेट्रोल के दाम 31 मई को घटाने थे। लेकिन पेट्रोल मूल्यवृद्धि के खिलाफ भाजपा के राष्ट्रव्यापी बंद के मद्देनजर ऐसा नहीं किया गया, क्योंकि इससे कटौती का श्रेय विपक्षी दल को मिल जाता।
मुंबई में पेट्रोल का दाम अब इस कटौती के बाद 2.12 रुपये लीटर घटकर 76.45 रुपये लीटर रह गया है। इसी तरह कोलकाता में यह 77.88 से घटकर 75.81 रुपये प्रति लीटर पर आ जाएगा। चेन्नई में पेट्रोल का दाम 2.13 रुपये घटकर 75.40 रुपये प्रति लीटर रह गया है।
आज के फैसले के बाद दो अंकीय महंगाई दर से जूझ रही जनता को कुछ राहत मिलेगी। इंडियन आयल कारपोरेशन के एक अधिकारी ने उद्योग की ओर से घोषणा करते हुए कहा, पेट्रोल कीमतों में 2.02 रुपये प्रति लीटर की कटौती का फैसला किया गया है। अन्य राज्यों में कटौती वहां वैट या बिक्रीकर की दर के आधार पर होगी।
पेट्रोलियम कंपनियों ने पिछले साल एक दिसंबर को पेट्रोल के दाम 78 पैसे लीटर घटाए थे। इससे पहले 16 नवंबर को कीमतों में 2.22 रुपये लीटर की कटौती की गई थी। वहीं 4 नवंबर को पेट्रोल के दाम 1.80 रुपये लीटर बढ़ाए गए थे।
पेट्रोल कीमतों में 24 मई को की गई 7.54 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि गैसोलीन के औसत मूल्य 124.37 डॉलर प्रति बैरल तथा रुपये डॉलर की 53.17 की विनिमय दर के आधार पर किए गए थे। उसके बाद से गैसोलीन का दाम घटकर 115.77 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। वहीं रुपये डॉलर की विनिमय दर की स्थिति खराब होकर 54.96 प्रति डॉलर पर पहुंच गई है।
उद्योग सूत्रों ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल के दाम 1.68 रुपये प्रति लीटर घटाए हैं। इसमें कर शामिल नहीं है। इसमें दिल्ली में वैट की 20 फीसद कटौती को जोड़ने के बाद कुल कटौती 2.02 रुपये प्रति लीटर बैठेगी।
बयान में कहा गया है कि पेट्रोल कीमतों की समीक्षा प्रत्येक 15 दिन में की जाती है। पिछले मूल्य चक्र के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गैसोलीन के दाम काफी घटे हैं। हालांकि इस दौरान डॉलर रुपये की विनिमय दर की स्थिति खराब हुई है।
इसके अलावा पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल, रसोई गैस तथा केरोसिन की बिक्री पर भी काफी नुकसान हो रहा है।
पेट्रोलियम कंपनियों का डीजल पर नुकसान 6.13 रुपये लीटर से बढ़कर 12.53 रुपये लीटर हो गया है। इसी तरह केरोसिन पर नुकसान 24.16 रुपये से 30.53 रुपये लीटर हो गया है। वहीं एलपीजी पर नुकसान 331.13 रुपये से 396 रुपये प्रति सिलेंडर हो गया है।
अधिकारी ने कहा कि इन दरों के आधार पर चालू वित्त वर्ष में आईओसी को लागत से कम मूल्य पर पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री पर 96,000 करोड़ रुपये का घाटा होने का अनुमान है। वहीं पूरे उद्योग के लिए नुकसान 1,81,000 करोड़ रुपये बैठेगा। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 2, 2012, 20:54