Last Updated: Monday, January 28, 2013, 15:19

आगरा : दक्षिण कोरिया की इस्पात कंपनी पॉस्को की ओड़िशा में 52,000 करोड़ रुपये (12 अरब डालर) की प्रस्तावित परियोजना में हो रही देरी की सरकार समीक्षा करेगी। भूमि अधिग्रहण और अन्य नियामकीय मुद्दांे की वजह से यह परियोजना अब तक शुरु नहीं हो पाई।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा की दक्षिण कोरिया के ज्ञान आर्थिक मंत्री सुकवू हांग के साथ यहां हुई बैठक में यह मुद्दा उठा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दक्षिण कोरियाई पक्ष ने पॉस्को परियोजना में देरी का मुद्दा उठाया।
बयान में शर्मा के हवाले से कहा गया है कि हम इस देरी को लेकर चिंतित हैं और इसकी समीक्षा करेंगे। प्
रधानमंत्री मनमोहन सिंह खुद इस परियोजना की निगरानी कर रहे हैं। इसमें कहा गया है कि दक्षिण कोरिया ने जोर देकर कहा है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्तों को बढ़ाने के लिए यह परियोजना काफी महत्वपूर्ण है। हालांकि, बयान में समीक्षा की समयसीमा के बारे में नहीं बताया गया है।
जून, 2005 में पॉस्को ने ओड़िशा के जगतसिंहपुर में 1.2 करोड़ टन सालाना क्षमता की इस्पात परियोजना लगाने की घोषणा की थी। स्थानीय लोगों के विरोध की वजह से इस परियोजना के लिए भूमि का अधिग्रहण अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
पॉस्को इंडिया की वेबसाइट के अनुसार, अब यह परियोजना 40-40 लाख टन के तीन चरणों में बांट दी गई है। परियोजना का पहला चरण 2016-17, दूसरा चरण इसके तीन साल बाद और तीसरा चरण दूसरे चरण के तीन साल बाद पूरा किया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 28, 2013, 15:19