प्याज और कपास से छिन सकते हैं निर्यात प्रोत्साहन

प्याज और कपास से छिन सकते हैं निर्यात प्रोत्साहन

नई दिल्ली : प्याज और कपास से निर्यात प्रोत्साहन वापस लिए जा सकते हैं। वाणिज्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज कहा कि चूंकि इन उत्पादों के निर्यात पर अंकुश है, ऐसे में उनके निर्यात पर मिलने वाले निर्यात प्रोत्साहन वापस लिए जा सकते हैं। वाणिज्य मंत्रालय इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रहा है। मंत्रालय के अधिकारियों की हाल में हुई बैठक में यह मुद्दा उठा था।

एक अधिकारी ने कहा, ‘वरिष्ठ अधिकारियों ने नोट किया है कि प्याज और कपास जैसे उत्पादों के निर्यात को एक तरफ फोकस बाजार योजना (एफएमएस) या फोकस प्रोडक्ट योजना (एफपीएस) का लाभ मिल रहा है वहीं दूसरी ओर इनके निर्यात पर अंकुश लगा हुआ है।’ एफएमएस का मकसद कुछ चुनिंदा अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए निर्यात में माल ढुलाई की ऊंची लागत में कुछ राहत देना है ताकि वहां भारतीय चीजें प्रतिस्पर्धा में कायम रह सकें।

प्याज के दामों में हाल के उछाल के बाद सरकार ने प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य काफी ऊंचा 650 डॉलर तय किया है। पर साथ ही इस पर निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं का लाभ बरकरार है। इसी तरह सरकार ने कपास और सूती धागे के निर्यात पर भी मात्रात्मक प्रतिबंध लगा रखा है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, September 5, 2013, 19:08

comments powered by Disqus