Last Updated: Thursday, April 19, 2012, 08:35
वाशिंगटन : वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी आज अपने समकक्ष अमेरिकी मंत्री टिमोथी गेटनर से मुलाकात करेंगे। उम्मीद है कि इस मुलाकात के दौरान गेटनर भारत के साथ कारोबार कर रही अमेरिकी कंपनियों की चिंता के मसले पर बातचीत करेंगे।
यह बैठक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की सालाना बैठक से अलग होगी। कुछ ही दिनों पहले अमेरिकी उद्योग संगठनों ने भारत द्वारा आयकर अधिनियम में पश्चगामी प्रभाव से संशोधन करने के विवादास्पद पहल को भारत के सामने उठाने के लिए अमेरिकी वित्त मंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने मुखर्जी द्वारा पेश बजट में उस प्रस्ताव के प्रभाव पर चिंता जाहिर की है जिसमें आयकर अधिनियम में पश्चगामी प्रभाव से संशोधन किया गया है ताकि वोडाफोन जैसे विलय और अधिग्रहण के सौदों को कर के दायरे में लाया जा सके जिसमें भारत की परिसंपत्तियां शामिल हैं। ब्रिटेन की कंपनी वोडाफोन ने 2007 में हांगकांग की कंपनी हचिसन का दूरसंचार कारोबार खरीदा था जिसमें 11 अरब डालर की भारतीय परिसंपत्ति भी शामिल है और इस पर आयकर विभाग ने 11,000 करोड़ रुपए के कर की मांग की थी।
इधर, मुखर्जी द्वारा भी कई द्विपक्षीय मामलों को उठाने की उम्मीद है। बुधवार अपराह्न न्यूयॉर्क से यहां आने के बाद मुखर्जी ने इस बैठक के संबंध में अपने अधिकारियों और वाशिंगटन में भारतीय राजनयिकों से कई बैठकें कीं। मुखर्जी दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री के साथ आधिकारिक तौर पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे जिसके बाद वह अमेरिकी वित्त मंत्रालय का रुख करेंगे जहां वह गेटनर से मुलाकात करेंगे। वह ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के वित्त मंत्रियों की बैठक में भी हिस्सा लेंगे।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, April 19, 2012, 14:05